Antyodaya Anna Yojana Apply 2023, अन्त्योदय अन्न योजना ऑनलाइन आवेदन 2023, अन्त्योदय अन्न योजना लाभार्थी सूची, Antyodaya Anna Yojana In Hindi, Antyodaya Anna Yojana Scheme
भारत में बहुत से लोग ऐसे है जो गरीबी के कारण दो वक़्त का खाना भी नहीं जुटा पाते है. जी हां, एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में करीब 19 करोड़ लोगो को गरीबी के कारण दूसरे वक़्त का खाना भी नसीब नहीं होता है. इसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने दिसम्बर, 2000 में ‘अंत्योदय अन्न योजना‘ शुरुआत की थी. आज हम आपको इस लेख के माध्यम से अंत्योदय अन्न योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। जैसे कि अंत्योदय अन्न योजना क्या है?, इसका लाभ, उद्देश्य, विशेषताएं, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया आदि। यदि आप Antyodaya Anna Yojana (AYY) से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।
ये भी पढ़े –
Antyodaya Anna Yojana 2023
इस योजना के तहत उन गरीब परिवारों को जो दिन में दो वक़्त का खाना भी नहीं जुटा पाते हर माह 35 किलोग्राम राशन दिया जाता है. जिसमे 20 किलो गेंहू और 15 किलो चावल शामिल होते है. गेंहू 2 रूपये प्रति किलो और चावल 3 रूपये प्रति किलो के हिसाब से दिया जाता है. अंत्योदय अन्न योजना का आरंभ 25 दिसंबर 2000 को केंद्र सरकार के खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्रालय द्वारा किया गया था। इस योजना के अंतर्गत शुरू में 1 करोड़ निर्धन परिवारों को शामिल किया गया था लेकिन अब सरकार ने इसका दायरा बढ़ा दिया है. इसके अलावा अब Antyodaya Anna Yojana (AAY) के अंतर्गत दिव्यंगो को भी शामिल कर लिया गया है। अब दिव्यांग भी इस योजना का लाभ उठा सकेगे.
अंत्योदय अन्न योजना कौन-कौन से राज्यों में लागू है
यह योजना भारत के हर राज्य में लागू है.
अंत्योदय अन्न योजना का मुख्य उद्देश्य
इस योजना को लागू करने का मकसद यह है की जो लोग गरीबी के कारण दो वक़्त की खाना भी नही जुटा पाते है उन्हें सस्ते दामो पर राशन उपलब्ध कराना ताकि ऐसे लोग भी दो वक़्त का खाना भर पेट खा सके. अब इस योजना के अंतर्गत विकलांग व्यक्तियों को भी लाभार्थी बनाया गया है यानी की अब विकलांग व्यक्ति भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे.
अंत्योदय अन्न योजना का लाभ
- Antyodaya Anna Yojana (AAY) के तहत राज्य सरकार निर्धन परिवारो को हर माह 35 किलो राशन मुहैया कराती है. इसमें 20 किलो गेंहू और 15 किलो चावल शामिल होते है. गेंहू 2 रूपये प्रति किलो के हिसाब से मिलते है और चावल 3 रूपये प्रति किलो के हिसाब से दिए जाते है.
- इस योजना का लाभ शहर और ग्रामीण का कोई भी पात्र व्यक्ति उठा सकता है.
- इस योजना में शामिल होने पर निर्धन परिवारों को राज्य सरकार की तरफ से अंत्योदय राशन कार्ड दिया जाता है. जिसे BPL कार्ड भी कहते है.
- आपकी जानकारी के लिए बता दे की अंत्योदय अन्न योजना का लाभ अब गरीब परिवारों के अलावा दिव्यांग यानी विकलांग व्यक्ति को भी मिलेगा.
- इस योजना को सही ढंग से लागू करने के ज़िम्मेदारी भारत सरकार ने राज्य की सरकारों को दी है इसलिए इस योजना की जवाबदेही राज्य सरकार पर है।
Antyodaya Anna Yojana (AAY) के लिए कौन-कौन पात्र है?
- ग्रामीण और शहरी, दोनों क्षेत्रों में भूमिहीन कृषि श्रमिक, छोटे किसान, कुम्हार, मोची, बुनकर, लोहार, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले जैसे ग्रामीण दस्तकार और कुली, रिक्शा चालक, हथठेला चालक, फल और फूल विक्रेता, संपेरे, कबाड़ी, मोची जैसे अनौपचारिक क्षेत्र में दिहाड़ी आधार पर जीविका अर्जित करने वाले व्यक्ति, निराश्रित और इसी प्रकार की अन्य श्रेणियों के परिवार।
- वे परिवार, जिनकी मुखिया विधवाएं अथवा असाध्य रोग ग्रस्त व्यक्ति / दिव्यांग व्यक्ति / 60 वर्ष अथवा उससे अधिक की आयु के व्यक्ति या परिवारविहीन अकेली महिला अथवा अकेला पुरुष, जिन्हें सामाजिक सहायता प्राप्त नहीं है अथवा जिनकी जीविका का कोई सुनिश्चित साधन नहीं है।
- विधवा अथवा असाध्य रोग से ग्रस्त व्यक्ति अथवा 60 वर्ष अथवा उससे अधिक की आयु के व्यक्ति या परिवारविहीन अकेली महिला अथवा अकेला पुरुष, जिन्हें सामाजिक सहायता प्राप्त नहीं है अथवा जिनकी जीविका का कोई सुनिश्चित साधन नहीं है।
- सभी आदिम जनजातीय परिवार।
अंत्योदय अन्न योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़
अंत्योदय अन्न योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आपके पास ये दस्तावेज़ होना आवश्यक है जो इस प्रकार है:-
- 15,000 तक की वार्षिक आय का आय प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पहचान प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
Antyodaya Anna Yojana के मुख्य बिंदु
योजना का नाम | अन्त्योदय अन्न योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | केंद्र सरकार के द्वारा |
योजना का उद्देश्य | गरीब परिवारों को हर माह बेहद ही सस्ते दामो पर राशन उपलब्ध कराना |
योजना का लाभ | इस योजना के तहत हर माह 35 किलो राशन मिलता है जिसमे 20 किलो गेंहू और 15 किलो चावल शामिल होते है. गेंहू 2 रूपये प्रति किलो के हिसाब से मिलते है और चावल 3 रूपये प्रति किलो के हिसाब से दिए जाते है. |
योजना के लिए पात्रता | गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार |
योजना के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ |
|
योजना के लिए आवेदन | जारी है |
आवेदन करने की अंतिम तिथी | अभी तक घोषित नहीं हुई |
अंत्योदय अन्न योजना 2023 के लिए आवेदन कैसे करे?
- सबसे पहले अपने क्षेत्र के खाद्य आपूर्ति विभाग में जाकर अन्त्योदय अन्न योजना के लिए आवेदन करने का आवेदन फॉर्म प्राप्त करे.
- आवेदन फॉर्म लेने के बाद उसमे पूछी गई सभी जानकारी जैसे नाम, पता, आय, मोबाइल नंबर आदि ध्यानपूर्वक भरे.
- फॉर्म भरने के बाद ज़रूरी दस्तावेजों (15,000 तक की वार्षिक आय का आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, पहचान प्रमाण पत्र, और पासपोर्ट साइज फोटो) को आवेदन फॉर्म के साथ अटैच करे.
- इसके बाद आवेदन फॉर्म को खाद्य आपूर्ति विभाग में जमा कर दे।
- इस तरह से आपकी अंत्योदय राशन कार्ड में आवेदन करने की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।
- फॉर्म जमा करने के बाद विभाग के अधिकारी आपके आवेदन फॉर्म में भरी गई जानकारी की जांच करेगे और फिर निर्णय लिया जायेगा की आप इस योजना के पात्र है या नहीं अगर आप इस योजना के पात्र होगे तो आपको राज्य सरकार की तरफ से एक अन्त्योदय राशन कार्ड दिया जायेगा जिसे बीपीएल कार्ड भी कहते है.
नोट – अगर आपको आवेदन करने में कोई दिक्कत आ रही है तो आप अपने नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते है.
अंत्योदय अन्न योजना की स्टेट वाइज लिस्ट
आंध्र प्रदेश | यहाँ क्लिक करे |
बिहार | यहाँ क्लिक करे |
छत्तीसगढ़ | यहाँ क्लिक करे |
दिल्ली | यहाँ क्लिक करे |
गुजरात | यहाँ क्लिक करे |
हरियाणा | यहाँ क्लिक करे |
हिमाचल प्रदेश | यहाँ क्लिक करे |
जम्मू कश्मीर | यहाँ क्लिक करे |
झारखण्ड | यहाँ क्लिक करे |
कर्नाटक | यहाँ क्लिक करे |
केरल | यहाँ क्लिक करे |
मध्य प्रदेश | यहाँ क्लिक करे |
महाराष्ट्र | यहाँ क्लिक करे |
ओडिशा | यहाँ क्लिक करे |
पंजाब | यहाँ क्लिक करे |
राजस्थान | यहाँ क्लिक करे |
तमिलनाडु | यहाँ क्लिक करे |
उत्तर प्रदेश | यहाँ क्लिक करे |
उत्तराखंड | यहाँ क्लिक करे |
वेस्ट बंगाल | यहाँ क्लिक करे |
FAQ
भारत सरकार ने दिसम्बर, 2000 में ‘अंत्योदय अन्न योजना‘ शुरुआत की थी. इस योजना का संचालन भारत सरकार के खाद्य एवं सार्वजानिक वितरण विभाग द्वारा किया जाता है.
राशन कार्ड दो प्रकार के होते है APL और BPL. APL राशन कार्ड उन परिवारों को मुहैया कराया जाता है जो गरीबी रेखा से ऊपर जीवन यापन करते है. इसके अलावा BPL कार्ड उन परिवारों को दिया जाता है जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते है. BPL कार्ड को अन्त्योदय राशन कार्ड भी कहते है.
जो परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते है उन्हें अन्त्योदय अन्न योजना के तहत अन्त्योदय राशन कार्ड दिया जाता है जिसे BPL कार्ड भी कहते है. इस कार्ड पर 35 किलो राशन हर माह दिया जाता है जिसमे 20 किलो गेंहू और 15 किलो चावल शामिल होते है. गेंहू 2 रूपये प्रति किलो के हिसाब से दिया जाता है और चावल 3 रूपये प्रति किलो के हिसाब से दिया जाता है.
ऐसे लोग जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते है. अधिक जानकारी के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़े.
बीपीएल राशन कार्ड धारक को हर माह 20 किलो गेंहू 2 रूपये प्रति किलो के हिसाब से दिया जाता है और 15 किलो चावल 3 रूपये प्रति किलो के हिसाब से दिया जाता है.
