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जिन लोगों का जन्म गांव में हुआ या जिनके पूर्वज गांव में रहते थे तो इस नाते से ऐसे लोगों का गांव की पृष्ठभूमि से विशेष लगाव रहता है. चाहे ऐसे लोग नौकरी या व्यवसाय के कारण अपने गांव से दूर शहर में या दूसरे राज्य में या विदेश में रहते हो लेकिन अपनी जन्मभूमि के लिए कुछ करने का जज्बा रखते हैं. लोगों के इस जज़्बे को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना की शुरुआत की है.
इसलिए आज हम आपको इस लेख के माध्यम से Uttar Pradesh Matrubhumi Yojana से जुड़ी सारी जानकारी मुहैया कराएंगे. जैसे इस योजना का क्या लाभ है, इस योजना को लागू करने का क्या उद्देश्य है, इस योजना का लाभ हासिल करने के लिए कौन-कौन पात्र है, इस योजना के लिए आवेदन कैसे करना है आदि.
UP Matrubhumi Yojana 2023
हर आदमी अपनी जन्मभूमि से बहुत प्यार करता है. खासतौर से ऐसे लोग जो रोजगार की तलाश में अपनी मातृभूमि को छोड़कर कहीं दूर यानी किसी शहर में या किसी परदेस में चले जाते हैं और कड़ी मेहनत व लगन के साथ अपने आर्थिक हालात सुधार कर समाज में एक ऊँचा मुकाम बना लेते हैं. ऐसे लोगों के आर्थिक हालात तो बहुत अच्छे हो जाते हैं लेकिन अपनी जन्म भूमि को छोड़ने की कसक कही ना कही उनके दिल में रहती है.
ऐसे लोग अपनी मातृभूमि के लिए बहुत कुछ करना तो चाहते हैं, लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार का सरकारी अथवा निजी समर्थन नहीं मिल पाता है. लोगो के इस जज़्बे को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक जन प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की है. जिसका नाम है उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना. अगर आप भी अपनी जन्मभूमि के लिए कुछ करना चाहते हैं तो यूपी मातृभूमि योजना आपका हर सपना साकार कर सकती है, बशर्ते कि वह काम आपके गांव की बुनियादी जरूरतों को पूरा करता हों और उससे आपके गाँव के ग्रामीणों का भला हो.
Matrubhumi Yojana के माध्यम से ऐसे नागरिक जो अपने गाँव के लिए कुछ करना चाहते हैं. उन्हें गाँव में बुनियादी ढांचे के विकास के विभिन्न कार्यों में प्रत्यक्ष भागीदारी प्रदान की जाएगी. यानी अगर आप अपने गांव में कोई विकास कार्य करवाते हैं तो राज्य सरकार की तरफ से उस कार्य की कुल लागत का 40% राशि प्रदान की जाएगी, जबकि शेष 60% राशि आपको देनी होगी. बदले में उस परियोजना या प्रोजेक्ट का नाम आप अपने नाम पर या सहयोगियों के नाम पर या फिर अपने रिश्तेदारों के नाम पर अपनी इच्छा अनुसार रख सकते है. इस योजना के माध्यम से ऐसे नागरिकों को विकास कार्यों में वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है जो अपनी मातृभूमि के लिए कुछ करना चाहते है. उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना विकासशील गांवों में भी कारगर साबित होगी.
इस योजना का लाभ उठाने के लिए दानकर्ताओं को Uttar Pradesh Matrubhumi Yojana की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा. आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में इस लेख के अंत में बताया गया है. इसलिए आप इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
पंचायत सहायकों को किया जाएगा नियुक्त
इस योजना के तहत दानदाताओं के साथ संवाद करने के लिए ग्रामीण स्तर पर पंचायत सहायकों की नियुक्ति भी की जाएगी. पंचायत सहायक का काम दानदाताओं के साथ संवाद करने के अलावा यूपी मातृभूमि योजना से संबंधित जानकारी प्रशासन को उपलब्ध कराना भी होगा. सभी पंचायत सहायकों को अधिकतम प्रति कार्य 10,000 रूपये का भुगतान सरकार और दानदाता द्वारा दी जाने वाली राशि से किया जाएगा.
इसके अलावा राज्य सरकार उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश मातृभूमि सोसाइटी का भी गठन करेगी. इस सोसाइटी के गठन के बाद राज्य सरकार जिला स्तर पर बैंक खाते खोलेगी. इन बैंक खातो में राज्य सरकार की तरफ से विकास कार्यों के लिए आवश्यक राशि उपलब्ध कराई जाएगी. राशि जमा होने के 30 दिन के भीतर मुख्य विकास अधिकारी को प्रोजेक्ट शुरू करने की परमिशन देनी होगी और समय-समय पर विकास कार्यों की रिपोर्ट जिला अधिकारी को मुहैया करानी होगी. इसके अलावा इस योजना के लिए एक हेल्पलाइन सेंटर भी स्थापित किया जाएगा. अगर आपको इस योजना से संबंधित कोई भी समस्या आती है तो आप हेल्पलाइन नंबर या टोल फ्री नंबर पर कॉल करके अपनी समस्या का निवारण करा सकते है.
UP Matrubhumi Yojana के तहत कौन-कौन से विकास कार्यों को अंजाम दिया जाएगा?
उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना के माध्यम से विभिन्न प्रकार के विकास कार्यो को अंजाम दिया जायेगा जैसे :-
- स्कूलों व इंटर कॉलेज की कक्षाओं का निर्माण या स्मार्ट क्लासेज की स्थापना व संचालन
- सामुदायिक भवन, विवाह हेतु मैरिज हॉल (बारात घर), स्किल सेंटर का निर्माण / संचालन
- प्राथमिक चिकित्सा केंद्र (चिकित्सा विभाग द्वारा स्वीकृत और स्थापित होना चाहिए) – उप चिकित्सा केंद्र भवन, साज-सज्जा, उन्नयन, उपकरण आदि की व्यवस्था.
- आंगनवाड़ी – मध्यान्ह भोजन का रसोईघर – भंडारण गृह
- पुस्तकालय, ऑडिटोरियम
- खेलकूद स्टेडियम के लिए व्यायाम शाला और उपकरण, ओपन जिम
- सीसीटीवी कैमरा, सर्विलांस सिस्टम, पब्लिक एड्रेस सिस्टम
- अंत्येष्टि स्थल का निर्माण / विकास
- जल उपचारण की व्यवस्था एवं सीवरेज . एस.टी.पी.सिस्टम, ड्रेनेज सिस्टम वे सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट
- तालाब का सौंदर्यीकरण, ड्रेनेज व्यवस्था, जल संरक्षण का कार्य
- बस स्टैंड, यात्री शेड
- सोलर एनर्जी, स्ट्रीट लाइट, पेयजल व्यवस्था, एल.ई.डी लाइट
- पशु सुधार नस्ल केंद्र की स्थापना या संचालन
- फायर सर्विस स्टेशन की स्थापना
- ग्रामीण आर्टिशन के लिए अवस्थापना सुविधाएं एवं मार्केटिंग की व्यवस्था
- चारागाह विकास
- गरीबी उन्मूलन हेतु कार्य
- अन्य विकास कार्य
- उपरोक्त कार्यों के साथ पंचायत राज अधिनियम की धारा 15 के अंतर्गत आने वाले कार्य भी कराए जा सकते हैं
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यूपी मातृभूमि योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनभागीदारी के माध्यम से गांवों को विकसित करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना शुरू की गई है.
- उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना की शुरुआत 15 सितंबर 2021 को हुई थी और इस योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार ने ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग को सौंपी है.
- इस योजना के माध्यम से नागरिकों को गांवों में बुनियादी ढांचे के विकास के विभिन्न कार्यों में प्रत्यक्ष भागीदारी प्रदान की जाएगी
- उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से प्रोजेक्ट की कुल रकम का 40% हिस्सा मुहैया कराया जाएगा जबकि बाकी का बचा हुआ 60% हिस्सा नागरिक की तरफ से दिया जाएगा.
- 60% हिस्सेदारी के बाद राज्य सरकार उस नागरिक को यह अधिकार देती है कि वह नागरिक उस परियोजना का नाम अपने नाम पर या अपने सहयोगियों के नाम पर या फिर किसी अपने रिश्तेदार के नाम पर अपनी इच्छानुसार रख सकता है.
- इस योजना के माध्यम से नागरिकों को विकास कार्यों में वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
- इसके अलावा उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना विकासशील गांवों में भी कारगर साबित होगी.
- UP Matrubhumi Yojana के माध्यम से गांवों में पंचायत भवन, सीएससी केंद्र, स्मार्ट क्लासेज, आंगनवाड़ी केंद्र, सीसीटीवी कैमरा, अंत्येष्टि स्थल, सोलर एनर्जी स्ट्रीट लाइट, आर.ओ प्लांट आदि की स्थापना की जा सकेगी.
- इस योजना के तहत पंचायत सहायकों की नियुक्ति की भी जाएगी और उन्हें सरकार की तरफ से या दानकर्ता की तरफ से फीस भी मुहैया कराई जाएगी.
UP Matrubhumi Scheme का उद्देश्य
Uttar Pradesh Matrubhumi Yojana का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना है. इसके अलावा यह उन लोगों के लिए सुनहरा अवसर है जो अपनों के नाम पर अपने गांव के लिए कुछ करना चाहते हैं. इस योजना के माध्यम से गांवों में होने वाले अवस्थापना विकास के विभिन्न कार्यों में नागरिकों को सीधे हिस्सेदारी प्रदान की जाएगी. इस योजना के तहत होने वाले विकास कार्यों में आने वाले खर्च में नागरिक की 60% हिस्सेदारी होगी. जिसके बदले में नागरिक उस परियोजना का नाम अपनी इच्छा अनुसार रख सकता है.
उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना के लिए कौन-कौन पात्र है ?
इस योजना के अंतर्गत राज्य का कोई भी व्यक्ति या निजी संस्था किसी भी ग्राम पंचायत में होने वाले विकास कार्यो में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित कर सकती है.
मातृभूमि योजना के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- आवास प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
UP Matrubhumi Yojana के मुख्य बिंदु
योजना का नाम | उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना |
किसने आरंभ की | यूपी सरकार ने |
योजना की शुरुआत कब हुई | 15 सितम्बर 2021 को |
किस मंत्रालय द्वारा संचालित की जा रही है | ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग |
योजना का मुख्य उद्देश्य |
गाँव का विकास |
उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना ऑफिशियल वेबसाइट |
यूपी मातृभूमि योजना 2023 के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया
- उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना के अंतर्गत पंजीकरण करने के लिए सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा.
- आधिकारिक वेबसाइट पर आने के बाद आपको पंजीकृत के विकल्प पर क्लिक करना होगा.
- अब आपके सामने पंजीकरण का फॉर्म खुलकर आएगा.
- अब आप दाता का प्रकार चुनें
- दानकर्ता का नाम लिखें
- मोबाइल नंबर लिखें
- ईमेल आईडी दर्ज करें
- ईमेल आईडी दर्ज करने के बाद ओ.टी.पी के बटन पर क्लिक करें
- ओ.टी.पी के बटन पर क्लिक करने के बाद आपके मोबाइल नंबर पर 4 अंकों का एक ओ.टी.पी सेंड किया जाएगा.
- ओ.टी.पी वेरीफाई होने के बाद आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर यूजर आईडी और पासवर्ड भेजा जाएगा.
यदि आप NRI है तो ईमेल द्वारा वेरिफिकेशन होगा .
- आपको यूजर आईडी और पासवर्ड को संभाल कर रखना है.
- अब आपको यूजर आईडी और पासवर्ड इस्तेमाल करके लॉग इन करना है.
लॉग इन करने के लिए क्लिक करें
- लॉग इन करने के बाद आपको परियोजनाएं प्रदर्शित होगी, जिस परियोजना में आपको अंशदान करना है उस पर क्लिक करें.
- परियोजना का चुनाव करने के बाद आपको Donate Now पर क्लिक करना है.
- Donate Now बटन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक फॉर्म खुलकर आएगा. जिसमें आपको जिला, ब्लॉक एवं पंचायत का नाम सिलेक्ट करना होगा. इसके बाद एजेंसी का नाम सिलेक्ट करते हुए दोबारा से जिला सिलेक्ट करना होगा.
- अब आपको अपना पता दर्ज करना होगा. पता दर्ज करने के बाद रेड कलर से लिखे “मेरे द्वारा मातृभूमि पोर्टल पर भरा गया उपरोक्त विवरण सही है” पर दिए गए चेक बॉक्स टिक करना है. टिक करने के बाद अंशदान करें बटन पर क्लिक करें.
- अंशदान करें बटन पर क्लिक करने के बाद पेमेंट का विकल्प खुलकर आयेगा.
- Payment Mode का चुनाव करें और राशि का भुगतान करें.
- अब राज्य सरकार की तरफ से नियुक्त पंचायत सहायक आपसे संपर्क करेगा और आगे की कार्यवाही पूरी की जाएगी.
UP Matrubhumi Yojana Toll Free Number / Helpline Number
यूपी मातृभूमि योजना से जुड़ी किसी भी प्रकार की शिकायत या जानकारी के लिए नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर या ईमेल आईडी पर संपर्क करे.
- Contact Number- 0522-3539400
- Email ID – [email protected]
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FAQ
उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना की शुरुआत 15 सितंबर 2021 को उत्तर प्रदेश सरकार ने की थी. इस योजना के संचालन की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण एवं पंचायती राज विभाग को सौंपी है. इस योजना के जरिए उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में नागरिकों की भागीदारी के साथ-साथ गाँव का विकास करना चाहती है.
यदि आप भी इस योजना में आवेदन करना चाहते हैं तो आपको इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://mbhumi.upprd.in पर जाकर आवेदन फॉर्म भरना होगा.
